क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 15 मार्च 2021 को खुलेगा
जयपुर 10 मार्च 2021 – क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन लिमिटेड (“कंपनी”) का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) 15 मार्च 2021 को खुलेगा। कंपनी ने प्रत्येक इक्विटी शेयर का सम मूल्य (“इक्विटी शेयर्स” और इस तरह का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम “ऑफर”) 5 रुपये तय किया है। क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन एक डाइवर्सिफाईड इंजीनियरिंग कंपनी है जो मुख्य रूप से तीन कारोबारी क्षेत्रों, ऑटोमेटिव सेगमेंट के लिए पावरट्रेन और अन्य प्रॉडक्ट्स (ऑटोमेटिव पावरट्रेन और अन्य), ऑटोमेटिव सेगमेंट के लिए अल्युमिनियम प्रॉडक्ट्स (ऑटोमेटिव अल्युमिनियम पावरट्रेन और अन्य) और औद्योगिक व इंजीनियरिंग सेगमेंट (इंडस्ट्रियल और इंजीनियरिंग) में काम करती है। कंपनी का यह आईपीओ ऑफर 17 मार्च 2021 को बंद होगा। कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 1,488-1,490 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया है।
आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आइपीओ) में 1,500 मिलियन रुपये का फ्रेश इश्यू होगा, जबकि ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए 4,521,450 शेयरों की बिक्री की जाएगी , जिसमें श्रीनिवासन रवि (“प्रमोटर सेलिंग शेयरधारक”) अपनी हिस्सेदारी में से 130,640 शेयरों की बिक्री करेंगे। इसके अलावा ओएफएस में मरीना III (सिंगापुर) और पीटीई लिमिटेड (मरीना) के 1,559,260 शेयर्स, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (“आईएफसी”) (मरीना के साथ आईएफसी, ”इन्वेस्टर सेलिंग शेयरधारक”) के 1,414,050 शेयर्स और के. गोमतेश्वरन (“इंडीविजुअल सेलिंग शेयरधारक”) के 1,417,500 शेयर्स शामिल हैं। (प्रमोटर सेलिंग शेयरधारक, इन्वेस्टर सेलिंग शेयरधारक और इंडीविजुअल सेलिंग शेयरधारक साथ मिलकर “सेलिंग शेयरधारक” हैं और इन सेलिंग शेयरधारकों द्वारा ऑफर किए जाने वाले इक्विटी शेयर्स ”ऑफर्ड शेयर्स” हैं)
आईपीओ में न्यूनतम 10 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगानी होगी और इसके बाद 10 के गुणांक में ही अन्य लॉट की बोली लगानी होगी।
सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स (रेग्युलेशन) रुल्स 1957 के नियम 19(2)(b), जो अब संशोधित होकर एससीआरआर हो चुका है, और सेबी आईसीडीआर रेग्युलेशंस के रेग्युलेशंस 31 के मुताबिक इस ऑफर के तहत जारी किए जाने वाले इक्विटी शेयर्स कंपनी के पोस्ट ऑफर इक्विटी शेयर कैपिटल (ऑफर प्राइस पर की गई गणना के मुताबिक) के फीसदी हिस्सेदारी के बराबर होगा। यह ऑफर बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है, जो सेबी आईसीडीआर रेग्युलेशंस के नियम 6 (1) के मुताबिक है, जिसमें कुल ऑफर का 50 फीसदी से अधिक हिस्सा अनुपातिक आधार पर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (क्यूआईबी) (“क्यूआइबी कैटेगरी”) को आवंटित किया जाएगा। हालांकि, कंपनी और इन्वेस्टर सेलिंग शेयरधारक बीआरएलएम के साथ सलाह कर 60 फीसदी तक की हिस्सेदारी विवेकपूर्ण आधार पर (एंकर इनवेस्टर्स की हिस्सेदारी) क्यूआईबी कैटेगरी के तहत एंकर इनवेस्टर्स (मुख्य निवेशकों) को आवंटित कर सकते हैं।
एंकर निवेशक का एक तिहाई हिस्सा घरेलू म्युचुअल फंडों के लिए आरक्षित किया जाएगा, जो एंकर निवेशकों को किए गए आवंटन की कीमत पर या इससे अधिक पर घरेलू म्युचुअल फंड से प्राप्त होने वाली वैध बोली के अधीन है।
अंडर सब्सक्रिप्शन की स्थिति या फिर एंकर इनवेस्टर की हिस्सेदारी का आवंटन नहीं होने की स्थिति में बचे हुए इक्विटी शेयरों को क्यूआईबी कैटेगरी में शामिल कर दिया जाएगा। एंकर निवेशकों को आवंटन के बाद क्यूआईबी कैटेगरी में उतनी संख्या के शेयरों को घटा दिया जाएगा। क्यूआइबी कैटेगरी का 5 प्रतिशत (एंकर निवेशक हिस्से को छोड़कर) अनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए सिर्फ म्यूचुअल फंड को उपलब्ध होगा और शेष क्यूआइबी कैटेगरी को सभी क्यूआइबी को अनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें म्यूचुअल फंड्स भी शामिल हैं। यह ऑफर प्राइस पर या इससे अधिक पर वैध बिड्स मिलने के अधीन है। अगर म्युचुअल फंड की तरफ से आई मांग क्यूआईबी कैटेगरी के 5 फीसदी हिस्से (एंकर इनवेस्टर की हिस्सेदारी छोड़कर) से कम है तो म्युचुअल फंड के हिस्से में आवंटित होने वाले बचे हुए शेयर को क्यूआईबी (एंकर निवेशकों की हिस्सेदारी को छोड़कर) कैटेगरी में बांट दिया जाएगा।
सेबी आईसीडीआर के नियमों के मुताबिक कम से कम 15 फीसदी शेयर समानुपाती आधार पर गैर संस्थागत निवेशकों को आवंटन के लिए उपलब्ध होंगे। वहीं कम से कम 35 फीसदी हिस्सा खुदरा निजी निवेशकों के लिए आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। इसे ऑफर प्राइस या उससे अधिक की कीमत पर वैध बोलियां मिलना अनिवार्य है। एंकर निवेशकों को छोड़कर सभी बोली लगाने वाले निवेशकों के लिए ‘एएसबीए’ (एप्लिकेशन सपोर्टेड बाई ब्लॉक्ड अमाउंट) के जरिए इस ऑफर में भाग लेना अनिवार्य होगा और उन्हें इस दौरान संबंधित बैंक खातों (यूपीआई आईडी) की जानकारी देनी होगी, जिसमें बोली की रकम को एससीएसबी या प्रायोजक बैंक की तरफ से ब्लॉक किया जाएगा। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रोसेस के जरिए एंकर निवेशक पोर्शन में हिस्सा लेने की मंजूरी नहीं है।
कंपनी ने फ्रेश इश्यू के जरिए जुटाई जाने वाली शुद्ध रकम का इस्तेमाल निम्नलिखित के लिए करने का प्रस्ताव रखा है (i) कंपनी द्वारा लिए गए कर्ज जोकि 1,200.00 मिलियन रुपये तक है के पुनर्भुगतान या पूर्व भुगतान के लिए, पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से किया जाएगा और (ii) शेष रकम का उपयोग सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने में किया जाएगा।
ऐक्सिस कैपिटल लिमिटेड और आईआईएफएल सिक्योरिटीज इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं।
इस निर्गम में ऑफर किए जा रहे इक्विटी शेयरों की लिस्टिंग दोनों स्टॉक एक्सचेंजों, बीएसई लिमिटेड (“बीएसई”) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (“एनएसई”) में होगी। ऑफर के उद्देश्य के लिए, बीएसई नामित स्टॉक एक्सचेंज है।
यहां इस्तेमाल किए गए सभी पूंजीकृत और विशेष रूप से गैर परिभाषित शब्दों का अर्थ वही होगा, जैसा कि पांच मार्च 2021 को जारी रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी ) में बताया गया है।