‘‘भगवान महावीर महामस्तकाभिषेक महोत्सव समिति’’ का गठन
जयपुर। राजस्थान के जिला करौली के उपखण्ड हिण्डौन में ग्राम श्री महावीरजी में स्थित सुविख्यात तीर्थ स्थल दिगम्बर जैन अतिषय क्षेत्र श्री महावीरजी में विराजित भगवान महावीर स्वामी की मनोरम प्रतिमाजी का महामस्तकाभिषेक महोत्सव वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री 108 वर्धमानसागर जी महाराज के पावन सान्निध्य में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ आगामी वर्ष 24 नवम्बर से 30 नवम्बर, 2022 तक वृहद स्तर पर आयोजित किया जायेगा । इसके लिए ‘‘भगवान महावीर महामस्तकाभिषेक महोत्सव समिति’’ का गठन किया गया है। इसके कार्यालय का उद्घाटन 25-11-2021 को सायं 6 बजे कुन्दकुन्द सभागार, दिगम्बर जैन नसियॉ भट्टारकजी, नारायणसिंह सर्किल, जयपुर दिगम्बर जैन अतिषय क्षेत्र श्री महावीरजी के अध्यक्ष सुधान्षु कासलीवाल द्वारा किया गया । उनका अभिनन्दन दिगम्बर जैन महासमिति के राष्ट्रीय महामंत्री सुरेन्द्रकुमार पाण्ड्या द्वारा तिलक लगाकर एवं भारतवर्षीय दिगम्बर जैन धर्म संरक्षिणी महासभा के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष रमेष तिजारिया द्वारा माला पहनाकर किया गया । दीप प्रज्जवलन महोत्सव समिति के गौरवाध्यक्ष एन. के. सेठी, अध्यक्ष सुधान्षु कासलीवाल, कार्याध्यक्ष विवेक जी काला, महामंत्री महेन्द्रकुमार पाटनी, कोषाध्यक्ष उमरावमल संघी, संयोजक सुभाष चन्द जैन जौहरी, सह संयोजक सुरेष सबलावत व राकेष सेठी कोलकाता द्वारा किया गया । मंगलाचरण गौरव सौगानी द्वारा किया गया । इसके पश्चात् राकेष कोलकाता द्वारा महामस्तकाभिषेक महोत्सव की विस्तृत रूपरेखा बताई तथा सभी से इस महोत्सव से अधिक से अधिक संख्या में जुडने का आव्हान किया । उन्होंने यह भी बताया कि आचार्य श्री 108 वर्धमान सागर जी महाराज का ससंघ राजस्थान की ओर विहार 14-11-2021 को हो चुका है । ऐसी सम्भावना है कि आचार्यश्री आगामी जनवरी के प्रथम सप्ताह में मांगीतुंगीजी रहेंगे, उस समय वहॉ अधिक से अधिक लोगों के पहुॅचने की अपील की । यह भी अपील की कि आचार्यश्री के विहार के दौरान भी बीच-बीच में भी लोगों को जाना चाहिये । महोत्सव समिति के महामंत्री महेन्द्रकुमार पाटनी ने बताया कि पूर्व में वर्ष 1998 में महामस्तकाभिषेक समारोह आयोजित हुआ था । अब 24 वर्ष बाद आगामी 24 नवम्बर से 30 नवम्बर, 2022 महामस्तकाभिषेक महोत्सव वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री 108 वर्धमानसागर जी महाराज के पावन सान्निध्य में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ तक वृहद स्तर पर आयोजित होगा । इसी अवधि में श्री महावीरजी में क्षेत्र द्वारा पंचकल्याण प्रतिष्ठा का आयोजन भी किया जायेगा । आचार्यश्री के संघ में 11 मुनिराज, 17 आर्यिका माताजी एवं 02 क्षुल्लकजी हैं । उन्होंने इस महोत्सव के सुचारू संचालन के लिए गठित की जाने वाली 49 समितियों के नाम बताये तथा उपस्थित महानुभावों से अपील की कि वे उन्हें दिये गये प्रपत्र में जिन-जिन समितियों में जुडना चाहते हैं, प्रपत्र में भरकर दे दें तथा यदि कोई सुझाव हो तो वे भी उसमें अंकित कर दें ।महोत्सव समिति के कार्याध्यक्ष विवेक काला ने महामस्तकाभिषेक महोत्सव के दौरान 24 नवम्बर से 30 नवम्बर, 2022 तक किये जाने वाले सभी श्रेणियों के कलषों के बारे में जानकारी प्रदान की । पहले दिन 24 नवम्बर, 2022 को वर्धमान कलष, नवरत्न कलष, रत्न कलष, स्वर्ण कलष, रजत कलष, ताम्र कलष सहित 108 कलष होंगे तथा 25 नवम्बर से 30 नवम्बर, 2022 तक प्रतिदिन 06 दिनों तक 251 कलष होंगे । उन्होंने उपस्थित महानुभावों से अधिक से अधिक संख्या में इस अभूतपूर्व महामस्तकाभिषेक महोत्सव से जुडने की अपील की । महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुधान्षु कासलीवाल ने बताया कि 24 नवम्बर से 30 नवम्बर, 2022 तक भव्य स्तर पर आयोजित होने वाले महामस्तकाभिषेक महोत्सव में जो महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक होगा, देष-विदेष से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान महावीर के चरणों में अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे तथा विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे । हमें उनके आवास, भोजन, यातायात, सुरक्षा इत्यादि की समुचित व्यवस्था करनी होगी, जिसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है । इस अवसर पर घोषणा की गई कि कलष आवंटन समिति के अध्यक्ष विवेक काला एवं कार्याध्यक्ष जमनालाल हापावत मुम्बई होंगे । पंचकल्याण प्रतिष्ठा समिति के अध्यक्ष राजकुमार कोठ्यारी तथा आचार्यश्री के मंगल विहार के लिए गठित समिति के अध्यक्ष हेमन्त जी सौगानी होंगे । इन सभी महानुभावों का तिलक लगाकर एवं माल्यार्पण कर अभिनन्दन सुधान्षु कासलीवाल एवं श्री एन. के. सेठी द्वारा किया गया ।इस अवसर पर यह भी घोषणा की गई कि श्रवणबेलगोला के भट्टारक चारूकीर्ति जी स्वामी भी इस महोत्सव में पधारेंगे तथा धर्मस्थल (कर्नाटक) के पद्म विभूषण डॉ. विरेन्द्र जी हेगडे महोत्सव में पधारेंगे तथा समय-समय पर आते रहेंगे । महोत्सव समिति के संयोजक सुभाषचन्द जैन ने आगन्तुक महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन मनीष वैद एवं राकेष सेठी कोलकाता ने किया । इस उद्घाटन समारोह के अवसर पर मद्रास एवं कर्नाटक उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीष नगेन्द्रकुमार जैन, नवीनकुमार बज, डॉ. पदमकुमार जैन, प्रदीपकुमार जैन, अनिल दीवान, पदमपुरा अतिषय क्षेत्र के अध्यक्ष सुधीर जैन, दिगम्बर जैन महासमिति राजस्थान अंचल के महांमत्री महावीर प्रसाद बाकलीवाल, अनिल जैन आई.पी.एस. (से.नि.), सुरेष बांदीकुई, राजेन्द्रकुमार बाकलीवाल, एन. के. अजमेरा, सतीषकुमार बाकलीवाल, राजेन्द्रकुमार लुहाडिया, अषोक नेता, महेष काला, भानुकुमार छाबडा, प्रदीप गोधा, डॉ. राजेन्द्रकुमार जैन, डॉ. ज्ञानचन्द सौगानी, सुधीर जैन, सुभाष पाण्ड्या, सुभाष पाटनी, जयकुमार जैन कालाडेरा, पदम काला, प्रकाष गंगवाल, सुनील बक्षी, कमल बाबू जैन, धर्मचन्द पहाडिया, दिलीप जैन, पं. विमलचन्द जैन, पं. निर्मलकुमार बोहरा, अनिलकुमार जैन आदि सहित भारी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे ।