अंबुजा विद्या निकेतन के विद्यार्थियों ने इंटरनेशनल मॉडल संयुक्त राष्ट्र कॉन्फ्रेंस में उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया

मुंबई, 18 अगस्त 2023-विविधता से जुड़े अदाणी समूह की सीमेंट और निर्माण सामग्री कंपनी अंबुजा सीमेंट्स ने अंबुजा विद्या निकेतन (एवीएन), अंबुजानगर, कोडिनार की महत्वपूर्ण उपलब्धि के बारे में सगर्व घोषणा की है। कंपनी ने अपनी घोषणा में बताया है कि हाल ही केरल में आयोजित इंटरनेशनल मॉडल यूनाइटेड नेशंस (आईएमयूएन) कॉन्फ्रेंस में अंबुजा विद्या निकेतन की टीम ने प्रथम रनर-अप स्थान हासिल किया है। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले 12 छात्रों में से 7 विद्यार्थियों ने असाधारण प्रदर्शन करके     उत्कृष्टता का एक शानदार उदाहरण पेश किया।

यह उपलब्धि छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। स्कूल के विद्यार्थी लाइबा कच्छी को यूएनजीए श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि के तौर पर सम्मानित किया गया था, इसके बाद क्षिति मैकवान दूसरे स्थान पर और ध्रुविशा तीसरे स्थान पर रहीं। कामयाबी के इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए यूएनजीए श्रेणी में लेंसी बजाज ने विशेष जूरी पुरस्कार जीता। इसके अलावा, एंजेल बराड ने तीसरा स्थान हासिल किया और यूनिसेफ समिति में उच्च प्रशंसा प्राप्त की। कथान व्यास ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दूसरा स्थान हासिल किया और उच्च प्रशंसा भी अर्जित की, ध्रुव परमार को एक होनहार संभावित प्रतिनिधि के रूप में स्वीकार किया गया।
स्कूल की सफलता अदाणी फाउंडेशन के अटूट समर्थन और उसके ट्रस्टियों के समर्पण के कारण संभव हुई। प्रिंसिपल श्री गोपाल कौशिक के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन के साथ-साथ श्री प्रदीप पाटिल, श्री टिबिन थॉमस और सुश्री आशु कपिल के समर्पित प्रयासों ने विद्यार्थियों के हुनर और उनकी उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सीमेंट बिजनेस के सीईओ श्री अजय कपूर ने कहा, ‘‘हमारा दृढ़ विश्वास है कि प्रगति के नतीजों को उन समुदायों के जीवन में होने वाले सकारात्मक प्रभाव से मापा जाना चाहिए, जिनकी हम सेवा करते हैं। इंटरनेशनल मॉडल यूनाइटेड नेशंस (आईएमयूएन) कॉन्फ्रेंस में अंबुजा विद्या निकेतन की नवीनतम उपलब्धियाँ समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अंबुजा सीमेंट्स की इसी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। ये उपलब्धियाँ समाज में एक व्यापक बदलाव को संभव बनाने और हमारे भविष्य के मशाल वाहकों के उत्थान और उन्नति में योगदान देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।’’
इंटरनेशनल मॉडल यूनाइटेड नेशंस कॉन्फ्रेंस दरअसल विद्यार्थियों के लिए सीखने की एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें उन्हें डिप्लोमेसी के साथ-साथ विभिन्न देशों, संगठनों और व्यक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हुए सहयोग करने का अवसर मिलता है। इसी दौरान विद्यार्थी गंभीर वैश्विक चुनौतियों का समाधान भी करते हैं। विचारोत्तेजक चर्चाओं, सार्वजनिक भाषण, विश्लेषणात्मक बहस और प्रेरक लेखन के माध्यम से प्रतिभागी आलोचनात्मक सोच, टीम वर्क और नेतृत्व कौशल के गुण विकसित करते हैं।
पीवीज़ पब्लिक स्कूल, नीलांबुर, केरल में भव्यता के साथ आयोजित, आईएमयूएन में इस वर्ष 10 स्कूलों की भागीदारी देखी गई, जिसमें तीन अलग-अलग श्रेणियों- यूनिसेफ, यूएनजीए और यूएनएससी में अपने राजनयिक कौशल का प्रदर्शन किया गया। यह आयोजन, बुद्धि और कौशल के एक सच्चे उत्सव के तौर पर याद रखा जाएगा। इस कॉन्फ्रेंस में 8 भारतीय स्कूलों और सऊदी अरब के 2 प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया, जो वैश्विक सहयोग की भावना का प्रतीक है।
सम्मेलन में बाल तस्करी से लेकर सतत विकास और साइबर युद्ध तक फैली वैश्विक चिंताओं के व्यापक स्पेक्ट्रम को प्रदर्शित किया गया। इसमें निर्णायकों का एक प्रतिष्ठित पैनल शामिल था, जिसमें सम्मानित शिक्षक श्वेतांक उपाध्याय, स्वयं रंजन और अद्वित उपाध्याय शामिल थे। 

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