इंदिरा आईवीएफ ने भारत का पहला इनफर्टिलिटी इंश्योरेंस प्लान लॉन्च करने के लिए सेफट्री के साथ सहयोग किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इनफर्टिलिटी को पुरुष या महिला के प्रजनन तंत्र की एक बीमारी के रूप में परिभाषित करता है। इस समस्या के चलते 12 महीने या उससे अधिक समय तक नियमित असुरक्षित यौन संबंध के बाद भी गर्भधारण नहीं हो पाता है। भारत में, प्रजनन आयु वाले अनुमानित 33-34 मिलियन कपल्स आजीवन इनफर्टिलिटी से पीड़ित हैं। हालांकि, आश्चर्य की बात यह है कि इनमें से केवल 1% कपल्स ही अपने इलाज के लिए किसी विश्वसनीय अस्पताल में जाते हैं। इसका कारण जागरूकता में भारी कमी और उसके बाद परिवारों द्वारा सामना की जाने वाली वित्तीय बाधाएं हो सकती हैं।
इस महत्वपूर्ण पहल की घोषणा करते हुए, इंदिरा आईवीएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक डॉ. क्षितिज मुर्दिया ने कहा, “इनफर्टिलिटी के उपचार में अग्रणी होने के नाते, हम इनफर्टिलिटी के संबंध में भारतीयों में मौजूद जागरूकता की कमी को दूर करने और संतान सुख पाने के इच्छुक कपल्स का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अपनी स्थापना के बाद से और अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के एक हिस्से के रूप में, हमने विभिन्न सामाजिक-आर्थिक व्यवस्थाओं में इनफर्टिलिटी से संबंधित भ्रामक जानकारियों को दूर करने के लिए सक्रिय रूप से काम किया है। इस प्रकार, यह हमारे लिए इनफर्टिलिटी के उपचार की सुलभता को सीमित करने वाले बड़े कारक - वित्तीय सहायता - को हल करने हेतु महत्वपूर्ण कदम था। हमें सेफट्री के साथ सहयोग करने की खुशी है, चूंकि हमारा साझा उद्देश्य देश में इनफर्टिलिटी का उपचार करने में सहायता करना है और हम अनगिनत कपल्स के जीवन में बड़ा प्रभाव पैदा करने के लिए संकल्पित हैं।"
इनफर्टिलिटी बीमा की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए, सेफट्री इंश्योरेंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री विकास आनंद ने कहा, “किसी भी कपल के लिए इनफर्टिलिटी भावनात्मक अनुभव है। हमारे द्वारा किए गए उपभोक्ता शोध के दौरान, हमने पाया कि इलाज करा रहे लगभग 3 में से 2 जोड़ों को यह बेहद चुनौतीपूर्ण लगा, और 90% से अधिक जोड़ों के पास इसके लिए वित्तीय सहायता का अभाव था। हमने विशेष रूप से टियर-2 आबादी के बीच बीमा कवरेज की आवश्यकता को देखा, जहां स्वास्थ्य सेवा वितरण पर खर्च करने की क्षमता बेहद सीमित है। यह पेशकश कपल्स को उपलब्ध कराया जाने वाला अनोखा और अपनी तरह का पहला प्रस्ताव है।''
इंदिरा आईवीएफ और सेफट्री की बीमा पेशकश के माध्यम से सबसे पहले 35 वर्ष से कम उम्र के कपल्स को स्वाभाविक रूप से गर्भधारण करने में मदद करने के लिए चिकित्सा, आहार और मनोवैज्ञानिक परामर्श के साथ 24 महीनों के लिए सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया जाएगा। ये सलाहकार विभिन्न चिकित्सा और जीवनशैली की आदतों के बारे में कपल्स की जानकारी और जागरूकता को बढ़ाकर उनका समर्थन करेंगे, और बाद में प्राकृतिक तरीकों से बच्चे पैदा करने के लिए उनकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाएंगे। ऐसे मामलों में जहां जोड़े स्वाभाविक रूप से गर्भधारण करने में असमर्थ हैं, इस इंश्योरेंस प्रोग्राम के जरिए क्रमशः दो आईयूआई (इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन) और दो आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के कैशलेस उपचार की पेशकश की जाएगी, जिसमें अंडाणु संग्रह, लेजर सहाय्यित हैचिंग, ब्लास्टोसिस्ट कल्चर और भ्रूण स्थानांतरण एवं फ्रीजिंग शामिल हैं।
सेफट्री क्रमशः सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) अधिनियम, 2021 और सरोगेसी (विनियमन) अधिनियम, 2021 के अनुसार, अंडाणु या अंडाणु दाताओं और सरोगेट को बीमा प्रदान करता है। इसके अलावा, दोनों संगठन इनफर्टिलिटी उपचार से संबंधित समग्र पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए आहार विशेषज्ञों, परामर्शदाताओं और स्त्री रोग विशेषज्ञों सहित विशेषज्ञों के एक पैनल द्वारा समर्थित विभिन्न प्रजनन मूल्यांकन उपकरण और बीमा उत्पाद विकसित कर रहे हैं।