आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने प्रोफेशनल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए बायोप्रिजर्व इनोवेशंस के साथ करा एमओयू

जयपुर, 20 जून 2024- प्रोफेशनल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर रेखांकित करते हुए देश के अग्रणी स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान विश्वविद्यालय आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने बायोप्रिजर्व इनोवेशंस के साथ 5-वर्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। बायोप्रिजर्व इनोवेशंस को वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए जैविक नमूनों के प्रबंधन की दिशा में कार्यरत एक प्रमुख संगठन के तौर पर प्रतिष्ठा हासिल है।

इस साझेदारी के तहत, बायोप्रिजर्व इनोवेशंस की ओर से आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के छात्रों को उनकी इंटर्नशिप/शोध प्रबंध/प्रैक्टिकम के लिए विशिष्ट अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही, इस एमओयू के अंतर्गत संयुक्त शोध प्रस्ताव लेखन, साझा तौर पर तैयार किए गए प्रकाशनों और कार्यशालाओं, सम्मेलनों, सेमिनारों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से ज्ञान के आदान-प्रदान को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा।
आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट डॉ. पी आर सोडानी ने इस एमओयू के बारे में अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘यह विचारशील सहयोग स्वास्थ्य सेवा में इनोवेशन और रिसर्च के साथ-साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता में एक नया अध्याय है, जो उद्योग के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करता है। मुझे यकीन है कि यह पहल हमारे छात्रों को आवश्यक कौशल से लैस करेगी और उन्हें सक्षम और काबिल फ्यूचर लीडर बनाने की दिशा में कारगर साबित होगी।’’
आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय में आयोजित एक समारोह में आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट डॉ. पी. आर. सोडानी और बायोप्रिजर्व इनोवेशंस के सीओओ और को-फाउंडर डॉ. पुनीत सेठी तथा को-फाउंडर एवं सीईओ डॉ. समीर अग्रवाल (एमडी पैथोलॉजिस्ट) ने समझौता ज्ञापन को औपचारिक रूप दिया।

Popular posts from this blog

पीएनबी मेटलाइफ सेंचुरी प्लान - आजीवन आय और पीढ़ियों के लिए सुरक्षा

जयपुर की महिला सोशल मीडिया पर मचा रही है धूम

अंबुजा सीमेंट्स ने मारवाड़ मूंडवा के किसानों को खेत तालाबों और सूक्ष्म सिंचाई के माध्यम से सशक्त बनाया, जल दक्षता और संचयन को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम