च्वाइस इंटरनेशनल लिमिटेड का पहली तिमाही में राजस्व 48% बढ़कर 206 करोड़ रुपये हुआ

मुंबई, भारत, 20 जुलाई, 2024: भारत भर में संचालित अग्रणी वित्तीय सेवा कंपनियों में से एक च्वाइस इंटरनेशनल लिमिटेड (BSE:531358, NSE:CHOICEIN), (“CIL”, “च्वाइस” या “कंपनी”) ने 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए अपने परिणामों की घोषणा की है।

Q1 FY25 बनाम Q1 FY24 के लिए समेकित वित्तीय प्रदर्शन

वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कुल राजस्व 48% की वृद्धि के साथ 205.9 करोड़ रुपये बनाम 139.3 करोड़ रुपये रहा। EBITDA 55% की वृद्धि के साथ 58.2 करोड़ रुपये बनाम 37.6 करोड़ रुपये रहा, और EBITDA मार्जिन 28.27% बनाम 26.99% रहा। PAT 51% की वृद्धि के साथ 32.0 करोड़ रुपये बनाम 21.3 करोड़ रुपये रहा, और PAT मार्जिन 15.54% बनाम 15.29% रहा। राजस्व योगदान में ब्रोकिंग और डिस्ट्रीब्यूशन द्वारा 67%, एडवाइजरी द्वारा 21% और NBFC द्वारा 12% रहा।

प्रमुख बिजनेस हाइलाइट्स-

वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में, डीमैट खातों की संख्या 23% की वृद्धि के साथ 890,000 रही। स्टॉक ब्रोकिंग के लिए एयूएम 41.3 हजार करोड़ रहा, जो साल दर साल 28% की चौंका देने वाली वृद्धि है। म्यूचुअल फंड के लिए एयूएम 878 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 111% अधिक है। बीमा प्रीमियम से 47 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 39% अधिक है। बेची गई पॉलिसियों की संख्या 26,916 रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 236% अधिक है। वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के अंत में NBFC के लिए कुल ऋण 453 करोड़ रुपये रहा, जबकि रिटेल लोन बुक 286 करोड़ रुपये रही। 30 जून, 2024 तक शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्तियाँ (NNPA) 1.25% थी। सलाहकार ऑर्डर पुस्तिका 545 करोड़ रुपये रही।

वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए प्रबंध निदेशक श्री कमल पोद्दार ने कहा: "भारतीय अर्थव्यवस्था ने नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत मजबूती के साथ की है, जिससे आने वाले वर्ष के लिए ठोस आधार तैयार हुआ है। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में चुनाव केंद्रित रहने के कारण शेयर बाजार में तेजी आई, निफ्टी और सेंसेक्स सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए और निवेशकों को शानदार रिटर्न मिला। चॉइस ने भी तिमाही का समापन बेहतर तरीके से किया है, जिसमें 48% की राजस्व वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही का राजस्व 206 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में हमारा EBITDA और PAT क्रमशः 58 करोड़ रुपये और 32 करोड़ रुपये रहा, जिससे हमारी सफलता की यात्रा और बेहतर हुई। पहली तिमाही में हमारा स्थिर प्रदर्शन इस वर्ष के लिए निर्धारित वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।"

चॉइस लगातार सभी क्षेत्रों में अपेक्षाओं से आगे निकल रही है।

  1. I) ब्रोकिंग और वितरण व्यवसाय, जिसमें हमारे कुल राजस्व का 67% हिस्सा शामिल है, ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 57% की वृद्धि हासिल की, इस तरह राजस्व 6 करोड़ रुपये रहा:

ए- स्टॉक ब्रोकिंग व्यवसाय ने 42 हजार डीमैट खाते जोड़े हैं, जिससे कुल डीमैट खातों की संख्या 890 हजार हो गई है। बी- हमारे स्टॉक ब्रोकिंग डिवीजन ने पर्याप्त वृद्धि हासिल की है, जिसमें यूजर को अपने साथ बनाए रखना और टियर III शहरों और उससे आगे के क्षेत्रों में विस्तार पर विशेष ध्यान दिया गया है.

सी- म्यूचुअल फंड व्यवसाय के लिए एयूएम 878 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो कि 111% की पर्याप्त वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है। यह प्रभावशाली विस्तार इस व्यवसाय खंड में हमारे विविध उत्पाद पेशकशों द्वारा समर्थित क्रॉस-सेलिंग प्रयासों के कारण संभव हुआ है।

  1. II) हमारी रणनीतिक साझेदारी और क्रॉस-सेलिंग की इनोवेटिव तकनीकों ने हमारे बीमा ब्रोकिंग कामकाज का तेजी से विस्तार किया है। चॉइस इंश्योरेंस ब्रोकिंग ने पहली तिमाही में 47 करोड़ रुपये का प्रीमियम हासिल किया, जो कि 39% की प्रभावशाली वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है। बेची गई पॉलिसियों की कुल संख्या 26,916 तक पहुंच गई, जो कि 236% की उल्लेखनीय वार्षिक वृद्धि को दर्शाता है। कॉर्पोरेट बी2बी और संस्थागत ग्राहकों पर हमारे फोकस के परिणामस्वरूप हायर कनवर्जन रेट हासिल हुई है, जिसका अनुपात 80% है।
  2. I) NBFC व्यवसाय, जिसने कुल राजस्व में 12% का योगदान दिया, ने मजबूत वृद्धि हासिल की है, जिसकी कुल ऋण पुस्तिका 453 करोड़ रुपये की है, जिसमें 286 करोड़ रुपये की रिटेल लोन बुक भी शामिल है। भारत में NBFC खुदरा ऋण बढ़ रहा है, खासकर टियर II-III शहरों में। चॉइस में, हम अपने मोबाइल ऐप, 'चॉइस मनी' के माध्यम से अपनी प्रक्रियाओं को बढ़ाने और तेज़ करने के लिए खुदरा ऋणों को प्राथमिकता देकर और अपने ऋण संचालन को डिजिटल बनाकर इस अवसर का लाभ उठा रहे हैं। परिणामस्वरूप, इस वर्टिकल ने राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।
  1. IV) चॉइस कंसल्टेंसी, एक सहायक कंपनी, जो कुल राजस्व में 21% योगदान देने वाले सलाहकार व्यवसाय को संचालित करती है, ने 545 करोड़ रुपये की मजबूत ऑर्डर बुक के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। जमीनी स्तर की सरकारी परियोजनाओं और प्रमुख पहलों में हमारी सक्रिय भागीदारी ने हमारी ऑर्डर बुक को उल्लेखनीय रूप से मजबूत किया है, जो सरकारी प्रयासों का समर्थन करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

चॉइस बिजनेस एसोसिएट नेटवर्क प्रत्येक तिमाही में बढ़ता रहता है, जो व्यक्तियों के बीच बढ़ती वित्तीय साक्षरता द्वारा संचालित होता है, खासकर देश के अविकसित क्षेत्रों में। वर्तमान में, हमारे नेटवर्क में 41,000 से अधिक CBA शामिल हैं, जिन्होंने हमारे विस्तार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अभी भी बढ़ रहे हैं।

पिछले साल, हमने देश भर में अपने परिचालन को व्यापक बनाने और भारत के लिए वित्तीय समावेशन को एक वास्तविकता बनाने के अपने प्राथमिक लक्ष्य की घोषणा की थी। इस वर्ष हमने इस लक्ष्य को क्रियान्वित करने के लिए मजबूत रणनीतियां विकसित की हैं और यह पहली तिमाही के हमारे प्रदर्शन में स्पष्ट रूप से प्रदर्शित है। हम अपने ग्राहकों की सेवा करने के अपने प्रयास को जारी रखेंगे, साथ ही हर संभव पहलू में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करेंगे, जो "सर्वश्रेष्ठ" होने की हमारी आकांक्षा से जुड़ा हुआ है।

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