आईआईएम संबलपुर का 9वां दीक्षांत समारोह: 60% महिला स्नातक, किसी भी आईआईएम के इतिहास में ऐसा पहली बार

संबलपुर; 19 अप्रैल, 2025: भारत के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक, आईआईएम संबलपुर ने अपने 9वें दीक्षांत समारोह के आयोजन के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। इस अवसर पर 370 छात्रों ने अपनी शैक्षणिक यात्रा को पूर्ण किया। यह पहली बार था जब आईआईएम संबलपुर में पाँच विभिन्न कार्यक्रमों के छात्र एक साथ स्नातक हुए, जिनमें शामिल थे: 9वें एमबीए बैच के 316 छात्र (2023-25), कार्यकारी एमबीए (Executive MBA) के दूसरे बैच के 38 छात्र (2022-24), वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए एमबीए के पहले बैच के 10 छात्र (2023-25), 6 पीएचडी शोधार्थी, और वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए पीएचडी कार्यक्रम के छात्र।

दीक्षांत समारोह में छात्रों की उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों को भी मान्यता देते हुए उन्हें एमबीए, कार्यकारी एमबीए कार्यक्रम और एमबीए फॉर वर्किंग प्रोफेशनल्स कार्यक्रम में शैक्षणिक और पाठ्येतर प्रदर्शन के लिए चेयरमैन के स्वर्ण पदक प्राप्त हुए। विशेष रूप से, 80 वर्षीय उद्यमी श्री जीएम गुप्ता ने वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए एमबीए कार्यक्रम की डिग्री प्राप्त कर सभी को प्रेरित किया।

माननीय प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। समारोह में पद्मश्री अरुंधति भट्टाचार्य, अध्यक्ष, गवर्निंग बोर्ड, आईआईएम संबलपुर एवं चेयरमैन एवं सीईओ, सेल्सफोर्स इंडिया एवं साउथ एशिया ने भी शिरकत की। आशीष गर्ग, मैनेजिंग डायरेक्टर, बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। आईआईएम संबलपुर के निदेशक प्रो. महादेव जायसवाल, डीन, संकाय सदस्य, स्नातक छात्र और उनके माता-पिता भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

मुख्य वक्ता के तौर पर माननीय प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने आईआईएम संबलपुर की एमबीए कक्षा में 60% महिलाओं की भागीदारी की सराहना की और सुझाव दिया कि यह अनुपात 80% तक पहुँचना चाहिए। विश्व स्तरीय परिसर के बुनियादी ढाँचे की प्रशंसा करते हुए, उन्होंने कहा, "आईआईएम संबलपुर ने अपने दस वर्षों के कार्यकाल में नवाचार, ईमानदारी और समावेशिता जैसे मूल्यों के साथ अपनी पहचान बनाई है। संस्थान ने शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल किया है, जो एक बड़ी पहल है। पश्चिम ओडिशा के बुनकरों के लिए शुरू किया गया 'मास्टर वीवर्स प्रोग्राम' क्षेत्रीय विकास में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।"

डॉ. मिश्रा ने छात्रों से कहा, "दुनिया आज भू-राजनीतिक अस्थिरता और तकनीकी परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट, संरक्षणवादी नीतियाँ, और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियाँ हमारे सामने हैं। इस यात्रा के दौरान, एक बात स्पष्ट है कि भविष्य केवल विरासत में नहीं मिलेगा; इसे बनाया जाएगा। आपको अपने भविष्य को आकार देने के लिए पहल करनी चाहिए और आज आपने जो ठोस आधार स्थापित किया है, उस पर निर्माण करते हुए कई और उपलब्धियां हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।"

पद्मश्री अरुंधति भट्टाचार्य, अध्यक्ष, गवर्निंग बोर्ड, आईआईएम संबलपुर एवं चेयरमैन एवं सीईओ, सेल्सफोर्स इंडिया एवं साउथ एशिया ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, "शिक्षा एक जीवन भर की यात्रा है। दुनिया तेजी से बदल रही है और आपको कई अवसरों के साथ-साथ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ेगा। लेकिन आपने जो ज्ञान और कौशल अर्जित किया है, वह आपको किसी भी बाधा से निपटने के लिए तैयार करता है।"

उन्होंने कहा, "हर दिन उठिए और संकल्प कीजिए कि आप खुद का बेहतर संस्करण बनेंगे, विशिष्ट बनेंगे, पूरी दुनिया का सामना करेंगे और हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे, जैसे कि यह आपके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण दौड़ हो। यही असली योगदान होगा आपके माता-पिता, देश, शिक्षकों और सबसे बढ़कर खुद के लिए। बाहर जाएं और दुनिया को बदलें, वह बदलाव बनें जो आप दुनिया में चाहते हैं।"

प्रो. महादेव जायसवाल, निदेशक, आईआईएम संबलपुर ने स्वागत भाषण में संस्थान की पिछले एक दशक की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा, "इस वर्ष दीक्षांत समारोह के साथ हम आईआईएम संबलपुर की स्थापना के 10 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। यह पहली बार है कि हमारे पास पांच अलग-अलग कार्यक्रमों एमबीए, एग्जीक्यूटिव एमबीए, वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए एमबीए, पीएचडी और वर्किंग प्रोफेशनल्स के लिए पीएचडी के छात्र अपनी-अपनी डिग्री प्राप्त कर रहे हैं। इसके अलावा, यह भारत के किसी भी आईआईएम या अग्रणी बी-स्कूल के इतिहास में पहला उदाहरण है, जहां स्नातक करने वाली महिलाओं की संख्या पुरुष छात्रों से अधिक है, जिसमें 60% महिलाएं और 40% पुरुष हैं।

उन्होंने यह भी कहा, "हम AACSB, EFMD और BGA जैसे तीन अंतरराष्ट्रीय मान्यताएं प्राप्त करने की उन्नत अवस्था में हैं और आगामी दो वर्षों में यह प्राप्त कर लेंगे। इससे हम उन कुछ चुनिंदा आईआईएम में शामिल हो जाएंगे जिनके पास ये प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मान्यताएं हैं। वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद, 202325 बैच के प्लेसमेंट में 250 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया। अधिकतम घरेलू पैकेज 31.12 लाख प्रति वर्ष और अंतरराष्ट्रीय पैकेज 35 लाख प्रति वर्ष रहा। प्रमुख कंपनियों में McKinsey, PwC, Accenture, Infosys Consulting, Tata Capital, Deloitte, Cognizant शामिल थीं।"

दीक्षांत समारोह में कुल सात पदक प्रदान किए गए, जिनमें एमबीए प्रोग्राम में, उत्कृष्ट शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए प्रतिष्ठित चेयरमैन गोल्ड मेडल विपुल शर्मा को दिया गया और असाधारण शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए डायरेक्टर गोल्ड मेडल नीलाक्ष दीक्षित को दिया गया। शैक्षणिक उपलब्धि, पाठ्येतर गतिविधियों और संस्था निर्माण गतिविधियों के आधार पर सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंडर प्रदर्शन के लिए आईआईएम संबलपुर स्वर्ण पदक राघवेंद्र पटेल को दिया गया। कार्यकारी एमबीए प्रोग्राम के लिए, असाधारण शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए प्रतिष्ठित चेयरमैन गोल्ड मेडल राजेश कुमार साहू को दिया गया और असाधारण शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए डायरेक्टर गोल्ड मेडल समीर बाबूलाल मेहर को दिया गया। कामकाजी पेशेवरों के लिए एमबीए प्रोग्राम में, शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित चेयरमैन गोल्ड मेडल शिवानी नागपाल को दिया गया और शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए डायरेक्टर गोल्ड मेडल अभिषेक कुमार सिंह को दिया गया।

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